एक आहट के इंतजार मे हू
जाने कब उस आहट के आहट से
फिर से सुकून मेरे आखों को आये
तेरे आहट के इंतजार मे जो खोये है
एक आहट जो तेरे आन से
अकसर सुनाइ देती है
जो एक कुशनुमा एहसास भर जाती है
बस फिर से तेरे आन का इंतजार है
हर आहट पर निगाहें
उस ओर बरबस उठा जाती है
जिस और से तू आता था
लगता है जैसे की तू फिर से आ गया है
दिल को मेरे सुकून आ गया है
एक आहट फिर से आइ हो शायद
ऐसा मुझे भ्रम हो गया है
लगता है कही हम खोये रहे
और तू आकर कही चला न जाये
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